यौन अपराध के लिए दोषी करार दिए गए पांच लाख के करीब ………..
यौन अपराध के लिए दोषी करार दिए गए पांच लाख के करीब ………..
महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए दोषी करार दिए गए पांच लाख से अधिक यौन अपराधियों के नाम एक डेटाबेस में जोड़े गए हैं। इस डेटाबेस तक कानून प्रवर्तन एजेंसियां देशभर में यौन अपराध मामलों की जांच के लिए पहुंच बना सकती हैं। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि यौन अपराधियों की नैशनल रजिस्टर नैशनल क्राइम रेकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा रखा जाता है। इसमें उन व्यक्तियों का डेटाबेस है जिन्हें बलात्कार, गैंगरेप, पॉक्सो और छेड़छाड़ आरोपों का दोषी करार दिया गया है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘अभी तक हम पांच लाख से अधिक यौन अपराध के दोषियों की जानकारी अपलोड कर चुके हैं।’ हालांकि रजिस्टर में तस्वीरों और पहचानपत्र तक पहुंच केवल कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा बनाई जा सकती है। इससे इन एजेंसियों को यौन अपराध के मामलों की जांच करने में मदद मिलेगी। अधिकारी ने इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया, ‘डेटाबेस में प्रत्येक एंट्री का नाम, पता, तस्वीर और फिंगरप्रिंट की जानकारी होगी, हालांकि गोपनीयता पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।’ यह रेकॉर्ड ‘क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क ऐंड सिस्टम्स’ (सीसीटीएनएस) से लिया गया है। सीसीटीएनएस अपराध और अपराधियों का एक डेटाबेस बनाने के लिए गृह मंत्रालय का एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि भारत विश्व में अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, आयरलैंड, न्यूमजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका जैसे कुछ देशों में शामिल है जो यौन अपराधियों की सूची रखते हैं।