भारत की “आत्मरक्षा के लिए असैन्य” कार्रवाई ……….
भारत की “आत्मरक्षा के लिए असैन्य” कार्रवाई ……….
जैश-ए-मोहम्मद देश के अन्य हिस्सों में भी पुलवामा जैसे आत्मघाती आतंकी हमले करने की तैयारी में था और इसलिए खुफिया जानकारी के आधार पर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के बालाकोट स्थित उसके प्रशिक्षण शिविर पर मंगलवार तड़के “आत्मरक्षा के लिए असैन्य” कार्रवाई कर बड़ी संख्या में आतंकवादियों को मार गिराया गया। केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा समिति की यहां प्रधानमंत्री आवास पर मंगलवार सुबह हुई बैठक के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने एक लिखित बयान पढ़ते हुये मीडिया से कहा “पुख्ता जानकारी मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद देश के विभिन्न हिस्सों में आत्मघाती आतंकवादी हमलों का प्रयास कर रहा था और इसके लिए फिदाइन जिहादियों को प्रशिक्षित कर रहा था। आसन्न खतरे को देखते हुये आत्मरक्षार्थ हमला जरूरी हो गया था।”बालाकोट में जैश के ठिकानों को निशाना बनाकर किया हमला: विदेश सचिवउन्होंने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर मंगलवार तड़के भारत ने जैश-ए-मोहम्मद के बालाकोट स्थित सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर हमला किया। इस कार्रवाई में बड़ी संख्या में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी, प्रशिक्षक, वरिष्ठ कमांडर और फिदाइन हमले का प्रशिक्षण ले रहे जेहादियों का सफाया हो गया। बालाकोट के इस आतंकवादी शिविर का मुखिया जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर का निकट संबंधी मौलाना यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद गौरी था।
गोखले ने स्पष्ट किया कि यदि पाकिस्तान उसके वहां मौजूद आतंकवादियों और उनके ठिकानों पर कार्रवाई नहीं करता है तो भारत कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा “भारत सरकार आतंकवाद के खतरे से लड़ने के लिए सभी जरूरी उपाय करने को दृढ़ प्रतिबद्ध है। पाकिस्तान सरकार ने 2004 में वचन दिया था कि वह उसकी धरती का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए नहीं होने देगी। हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान अपनी सार्वजनिक प्रतिबद्धता पर खरा उतरेगा और जैश-ए-मोहम्मद के तथा अन्य आतंकवादी शिविरों को नष्ट करने के लिए कार्रवाई करेगा। साथ ही वह आतंकवादियों पर भी कार्रवाई करेगा।”