100 लोगों की मौत के मामले में मोदी की चुप्पी पर सवाल…….
100 लोगों की मौत के मामले में मोदी की चुप्पी पर सवाल…….
कांग्रेस ने असम में जहरीली शराब पीने से 100 से अधिक लोगों की मौत के मामले में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस कांड के लिए असम की भाजपा सरकार की ‘‘उदासीनता और अक्षमता’’ को जिम्मेदार ठहराया। राहुल ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘असम सरकार की उदासीनता और अक्षमता के कारण 140 से ज्यादा लोगों की जहरीली शराब की चपेट में आने से दुखद मौत हुई है और कई पीड़ित अस्पतालों में हैं।’’ असम सरकार के अधिकारियों ने रविवार को बताया कि असम में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 124 हो गई है जबकि 331 लोगों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। बाद में एक संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह हमेशा ‘‘राजनीति’’ के लिए भाषण देने में व्यस्त रहते हैं, लेकिन जहरीली शराब पीने से इतने ज्यादा लोगों की मौतों पर उन्होंने एक शब्द नहीं बोला है। उन्होंने कहा, ‘‘भाषणों से राजनीति तो की जा सकती है, लेकिन इनसे सरकार नहीं चलाई जा सकती।’’ भाजपा शासित अरुणाचल प्रदेश में छह समुदायों को स्थायी निवासी प्रमाण-पत्र (पीआरसी) देने के राज्य सरकार के फैसले के विरोध में राज्य में बड़े पैमाने पर हो रही हिंसा को लेकर भी खेड़ा ने मोदी पर निशाना साधा। मोदी को आड़े हाथ लेते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘वह सुबह से शाम तक घूमते रहते हैं, तीन-चार बार कपड़े बदलते हैं। लेकिन वह काम नहीं करते, जिसके लिए उन्हें चुना गया है…न ही भाजपा के मुख्यमंत्री ऐसा करते हैं। ऐसी त्रासदियों पर आप चुप क्यों हैं?’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस सरकार का कामकाज नजर नहीं आ रहा….हम उनकी चुप्पी और अक्षमता की निंदा करते हैं।’’ खेड़ा ने कहा कि मोदी का एकमात्र लक्ष्य चुनाव जीतना रह गया है और शासन नाम की चीज नहीं है। उन्होंने जानना चाहा कि असम में हुई त्रासदी के पीछे जिन शराब माफिया का हाथ है, उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई। कांग्रेस नेता ने कहा कि अरुणाचल में उप-मुख्यमंत्री के घर पर हमला हुआ है और मोदी को जवाब देना चाहिए कि वहां शांति बहाली के लिए क्या कदम उठाए गए। खेड़ा ने इस संदर्भ में पुलवामा हमले का हवाला दिया और कहा कि घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन कोई सरकार किसी संकट के बाद अपनी कार्रवाइयों के लिए जानी जाती है। उन्होंने कहा, ‘‘लोग अब उनके (मोदी के) भाषणों से बोर हो चुके हैं और जानना चाहता हैं कि किसी संकट के बाद उनकी सरकार ने क्या कदम उठाए।’’असम के गोलाघाट और जोरहाट जिलों में गुरूवार की रात जहरीली शराब पीने से दो चाय बागानों के दर्जनों कर्मी बीमार पड़ गए थे और उनमें से कई ने पिछले कुछ दिनों में दम तोड़ दिया।