अवैध हथियारों सहित दो आरोपी गिरफ्तार तीसरा फरार……… पढ़ें पूरी खबर
गिरफ्तार आरोपियों से एक पिस्टल 7.62 एमएम और 5 जिंदा रौंद , दो देसी पिस्तौल और 6 जिंदा रौंद
आरोपियों के खिलाफ पहले भी हैं शहर के विभिन्न थानों में मामले दर्ज
फरार तीसरे आरोपी की तलाश जारी
जालंधर (क्राइम रिपोर्टर )- जालंधर कमिश्नरेट के सीआईए स्टाफ-1 की पुलिस ने अवैध हथियारों सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया जबकि तीसरा फरार बताया जा रहा है ।आरोपियों की पहचान गौरव शर्मा उर्फ नोनी पुत्र दौलत राम निवासी कालिया कॉलोनी जालंधर , महेंद्र सिंह उर्फ गरारी पुत्र जोगिंदर सिंह निवासी बस्ती नौ जालंधर के रूप में हुई है । जबकि फरार आरोपी की पहचान तलविंदर सिंह उर्फ बंटी पुरेवाल पुत्र बलवंत सिंह निवासी राजा गार्डन के तौर पर हुई है ।
डीसीपी गुरमीत सिंह ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि गौरव शर्मा उर्फ नोनी जोकि डी ए वी कॉलेज जालंधर का प्रधान रह चुका है और उसके खिलाफ पहले भी लड़ाई झगड़े के मामले दर्ज है । जिसके पास पिछले काफी समय से अवैध हथियार है । जिसके खिलाफ थाना एक में मुकदमा दर्ज कर गए आरोपी गौरव शर्मा उर्फ नोनी को पुलिस ने गांव सलेमपुर मुसलमान के निकट से गुप्त सूचनाा के आधार पर गिरफ्तार कर लिया । पुलिस ने आरोपी से एक 7.62 एमएम की पिस्टल और 5 जिंदा रोड बरामद किए हैं ।
इसी तरह पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि महेंद्र सिंह उर्फ गरारी और तलविंदर सिंह उर्फ बंटी के पास अवैध हथियार हैं और वह किसी समय भी अवैध हथियार से वारदात को अंजाम दे सकते हैं । सूचना के आधार पर जिनके खिलाफ थाना पांच में मामला दर्ज किया गया और आरोपी महेंद्र सिंह उर्फ गरारी को बबरीक चौक जालंधर के निकट से गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार कर लिया गया ।आरोपी से पुलिस ने एक देसी पिस्तौल 12 बोर और 3 जिंदा रौंद , एक देसी पिस्तौल 315 बोर और 3 जिंदा रौंद बरामद किए हैं । पुलिस ने तीसरे आरोपी तलविंदर सिंह उर्फ बंटी पुरेवाल को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की लेकिन वह घर से फरार हो गया । पुलिस जांच में पता लगा है कि आरोपी गौरव शर्मा उर्फ नोनी के खिलाफ पहले भी शहर के विभिन्न थानों में करीब 12 मामले दर्ज हैं । इसी प्रकार महिंदर सिंह उर्फ गरारी के खिलाफ शहर के विभिन्न थानों में 3 मामले दर्ज हैं । आरोपियों को माननीय अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा ताकि आरोपियों से बरामद अवैध हथियारों के बारे में गहराई से पूछताछ की जा सके । कि उन्होंने उक्त अवैध हथियार उन्होंने कहां से खरीदे थे और अवैध हथियार अपने पास रखने के पीछे उनका क्या मकसद था।