बैंक के सफाई कर्मचारी का कारनामा पड़े ………
बैंक के सफाई कर्मचारी का कारनामा पड़े ………
मोगा ( राज ) मोगा 21 अप्रैल की सुबह लगभग साढ़े 8 बजे बैंक आफ इंडिया की ब्रांच में सफाई कर्मी के तौर पर काम करने वाला युवक चंद्र शेखर पहुंचा तो उसने देखा बैंक के शटर को लगे ताले नहीं है। सूचना के बाद पता चलते ही बैंक का पूरा स्टाफ व एसएसपी अमरजीत सिंह बाजवा, एसपीडी हरिन्द्र सिंह परमार, डीएसपी डी जसपाल सिंह ढिल्लों, डीएसपी सुखविंदर सिंह, डीएसपी सिटी परमजीत सिंह के अलावा सिटी-1 व सिटी साउथ के एसएचओ मौके पर पहुंचे। क्लर्क राहुल ने बताया कि बैंक मैनेजर समीर चंद्र शनिवार को वह मुम्बई में दो सप्ताह की ट्रेनिंग के लिए चले गए थे। उनके बाद दूसरे नंबर सहायक मैनेजर अभिषेक की जिम्मेदारी है। चोर बैंक में लगे चार सीसीटीवी कैमरों को तोड़ने के बाद डीवीआर को भी साथ ले गए थे।
एसएसपी अमरजीत सिंह बाजवा ने बताया कि वारदात की जांच के लिए पुलिस ने बैंक के 7 कर्मचारियों को एक-एक करके हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। इस दौरान यहां काम कर रहे मनप्रीत नामक चपरासी ने सारा राज उगल दिया कि किस तरह उसने साजिश रची और दो पड़ोसियों को इसका हिस्सा बनाया। कभी भी मौका पाकर बैंक की चाबियां अपने साथ ले जाने लगा। एक-एक करकेे उसने बैंक के बाहरी गेट के ताले से अंदर स्ट्रॉन्ग रूम तक की डुप्लीकेट चाबियां तैयार कर ली। इस काम में उसे पूरे 3 महीने लगे। 20 अप्रैल की रात को मनप्रीत सिंह, सतनाम सिंह और जरनैल सिंह बैंक में घुसे और अंदर नकदी वाला सेफ खोलकर 17 लाख 65 हजार रुपए के अलावा 40 पैकेट सोने के चोरी करने के लिए दोनों लाॅकर खोलने की कोशिश की। संयोग से एक ही लाॅकर खुला, जिसमें उनके हाथ सिर्फ 18 पैकेट सोना हाथ लगा
पु्लिस के अनुसार मनप्रीत सिंह को अपने सिर का 3 लाख चुकाना था। एक होटल में सफाई का काम करने वाले जरनैल ने भी अपने शौक पूरे करने के लिए लोगों से डेढ़ लाख ले रखे थे। इसके अलावा सतनाम सिंह किराये के मकान से छुटकारा पाना चाहता था। मनप्रीत ने तय किया कि चोरी के बाद वह दोनों को चार-चार लाख रुपए देगा। बाकी रुपए और सोना खुद रखेगा। चार-चार लाख रुपए दे भी दिए।
9 लाख 65 हजार रुपए और 18 पैकेट (ढाई किलो सोना) घर की पेटी में छिपा दिया। पुलिस ने उसके घर पर रेड करके सोना और 3 लाख रुपए बरामद किए। इसी तरह सतनाम सिंह और जरनैल सिंह के घर से भी 3-3 लाख रुपए बरामद किए हैं।