पंजाब विश्वविद्यालय (PU) ने QS सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग्स 2025 में अपनी प्रतिष्ठा को और मजबूत किया है। इस वर्ष विश्वविद्यालय ने वैश्विक स्तर पर 710वां स्थान प्राप्त किया है और भारतीय विश्वविद्यालयों में 8वां स्थान हासिल किया। एशिया की रैंकिंग में यह 189वें स्थान पर है। यह रैंकिंग क्वाक्वारेली सायमंड्स (QS) द्वारा जारी की गई थी, जिसमें दुनिया के 1,743 विश्वविद्यालयों को शामिल किया गया।
इस सूची में आईआईटी दिल्ली ने भारतीय संस्थानों में शीर्ष स्थान हासिल किया और इसे वैश्विक स्तर पर 171वां स्थान मिला। इसके बाद आईआईटी खड़गपुर 202वें और आईआईटी बॉम्बे 234वें स्थान पर रहे। इस बार 21 भारतीय विश्वविद्यालय पहली बार इस रैंकिंग में शामिल हुए। हालांकि, दिल्ली विश्वविद्यालय को पिछले साल की तुलना में झटका लगा और वह 220वें स्थान से फिसलकर 299वें स्थान पर आ गया।
पर्यावरण और सामाजिक प्रभाव में पंजाब विश्वविद्यालय का प्रदर्शन
QS सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग्स की पद्धति में पर्यावरण स्थिरता, सामाजिक प्रभाव और शासन जैसे महत्वपूर्ण मानकों को शामिल किया गया है। पंजाब विश्वविद्यालय ने इन सभी मानकों में अच्छा प्रदर्शन किया।
- पर्यावरण स्थिरता: 44.6 अंक
- पर्यावरण शिक्षा: 47.9 अंक
- पर्यावरण अनुसंधान: 65.9 अंक
सामाजिक प्रभाव के क्षेत्र में, पंजाब विश्वविद्यालय के प्रदर्शन की तारीफ की जा रही है:
- समानता में 58.1 अंक
- ज्ञान विनिमय में 80.2 अंक
- स्वास्थ्य और कल्याण में 70.3 अंक
- रोजगार और अवसर में 38.2 अंक
- शिक्षा के प्रभाव में 26.1 अंक
शासन के मानक पर, विश्वविद्यालय ने 45.4 का स्कोर किया।
पंजाब विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर रेनू विग ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “हमारे पर्यावरण विज्ञान विभाग ने अनुसंधान में उत्कृष्ट कार्य किया है। इस विभाग ने न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई है। हम विश्वविद्यालय के सभी मानकों में सुधार के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं।”
पंजाब विश्वविद्यालय ने हाल ही में QS एशिया रैंकिंग्स 2025 में भी शानदार प्रदर्शन किया। इस बार इसे 269वां स्थान मिला, जबकि पिछले साल यह 301-350 श्रेणी में था। वहीं, QS वर्ल्ड रैंकिंग्स में विश्वविद्यालय ने अपना स्थान 1001-1200 की श्रेणी में बनाए रखा।
क्यों महत्वपूर्ण है यह रैंकिंग?
QS सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग्स उन मानकों पर केंद्रित होती है, जो विश्वविद्यालयों की पर्यावरणीय और सामाजिक जिम्मेदारी को दर्शाते हैं। यह रैंकिंग दिखाती है कि कैसे शिक्षा संस्थान वैश्विक चुनौतियों जैसे पर्यावरणीय स्थिरता, सामाजिक समानता, और अच्छे शासन को संबोधित कर रहे हैं।
पंजाब विश्वविद्यालय अब अपने प्रदर्शन को और बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। कुलपति प्रोफेसर विग ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुसंधान और ज्ञान-विनिमय के क्षेत्र में अपनी क्षमताओं को और बढ़ाएगा। खासतौर पर सामाजिक प्रभाव और रोजगार के अवसर जैसे मानकों पर अधिक ध्यान दिया जाएगा।
पंजाब विश्वविद्यालय ने QS सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग्स 2025 में अपनी स्थिति को मजबूत कर न केवल अपने छात्रों और शिक्षकों को गौरवान्वित किया है, बल्कि भारत का नाम भी रोशन किया है। विश्वविद्यालय का प्रदर्शन यह दर्शाता है कि कैसे भारतीय शिक्षा संस्थान वैश्विक मंच पर अपनी छाप छोड़ रहे हैं।